सब कुछ पा लेने के बाद
या सब कुछ खो देने के बाद
सब क्यों हो जाता हे एक समान
महज एक शून्य ही नजर आता हे
जहाँ बार बार फिर तय हे
एक नया सफ़र ,एक नयी शुरुआत
शायद इसी का नाम जीवन हे
सब कुछ पा लेने के बाद या सब कुछ खो देने के बाद सब क्यों हो जाता हे एक समान महज एक शून्य ही नजर आता हे जहाँ बार बार फिर तय हे एक नया सफ़र ,एक नयी शुरुआत
शायद इसी का नाम जीवन हे हां , इसी का नाम जीवन हे !
आदरणीया सुमन जी बहुत सुंदर और अर्थपूर्ण है आपकी कविता !! बधाई और आभार ! आपकी लेखनी से सदैव सुंदर , सार्थक , श्रेष्ठ सृजन हो …
...लेकिन ब्लॉग पर रचना लगाए हुए बहुत समय हो गया है ... नई रचना की प्रतीक्षा रहेगी :)
आपको यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी यह रचना आज हिंदी ब्लॉगर्स चौपाल(http://hindibloggerscaupala.blogspot.in/) की बुधवारीय चर्चा में शामिल की गयी है। कृपया पधारें और अपने विचारों से हमें भी अवगत करायें।
बहुत सुंदर
ReplyDeleteThanks Ramaajay sharma ji. Happy new year
Deleteसुन्दर भाव अभिवयक्ति है आपकी इस रचना में,बहुत बहुत शुभकामनाएं ।
ReplyDeletehttp://madan-saxena.blogspot.in/
http://mmsaxena.blogspot.in/
http://madanmohansaxena.blogspot.in/
♥(¯`'•.¸(¯`•*♥♥*•¯)¸.•'´¯)♥
♥♥नव वर्ष मंगलमय हो !♥♥
♥(_¸.•'´(_•*♥♥*•_)`'• .¸_)♥
सब कुछ पा लेने के बाद
या सब कुछ खो देने के बाद
सब क्यों हो जाता हे एक समान
महज एक शून्य ही नजर आता हे
जहाँ बार बार फिर तय हे
एक नया सफ़र ,एक नयी शुरुआत
शायद इसी का नाम जीवन हे
हां , इसी का नाम जीवन हे !
आदरणीया सुमन जी
बहुत सुंदर और अर्थपूर्ण है आपकी कविता !!
बधाई और आभार !
आपकी लेखनी से सदैव सुंदर , सार्थक , श्रेष्ठ सृजन हो …
...लेकिन ब्लॉग पर रचना लगाए हुए बहुत समय हो गया है ...
नई रचना की प्रतीक्षा रहेगी
:)
समस्त शुभकामनाओं सहित…
राजेन्द्र स्वर्णकार
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Nav varsh ki mangal kamnayen Rajendra swarnkar ji.
Deleteआपको यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी यह रचना आज हिंदी ब्लॉगर्स चौपाल(http://hindibloggerscaupala.blogspot.in/) की बुधवारीय चर्चा में शामिल की गयी है। कृपया पधारें और अपने विचारों से हमें भी अवगत करायें।
ReplyDeleteयह बुधवारीय नहीं सोमवारीय है, त्रुटी के लिए क्षमा प्रार्थी।
ReplyDeleteNeeraj pal ji pichle Dino vayastata ke chalte blog per aana sambhav nahi hua. Protshan ke liye dil say aabhar . Naya varsh mangalmay ho.
Deleteजीवन यही तो है …। बहुत सुन्दर पंक्तियाँ
ReplyDeleteUpasna siag ji bahut bahut dhanyabadh. Happy new year.
Deleteवाह! वाह .
ReplyDeleteसार्थक, संदेशात्मक... बहुत खुबसूरत...
ईद एवं गणेश चतुर्थी की सादर बधाई...
Madan mohan Saxena ji aabhar. Nav varsh ki mangal kamnayen .
Deletejindagi yehi hai. Ek sunnya .to fir kyo hai etni appa dhapi.kyo paresaanhai hum ??/////
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